१
तुम न बदलोगे खुद अगर
जमाना तुम्हे बदल देगा,
ये न सोचना तुम
जैसे हो वैसे ही रहोगे सदा
२
जो भूलना होता आसाँ,
ग़म होते मेहमाँ,
मकाँ मालिक नहीं
३
कह रहे हैं सब यही
कि उसने खुदकुशी की है
काश...
किसी को पीठ का खंज़र दिखाई दे
४
बचपन में हर गली
हमें खेलने बुलाती थी
अब ये आलम
कि लोग पूछते है नए हो क्या?
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